प्राथमिकता निर्धारण का अधिकार सरकारी अफसरों के पास न होकर पंचायतों के पास होना चाहिये।
2.
यहाँ बस इतना ही करना है कि उस रिश्ते की प्राथमिकता निर्धारण हमको स्वयं ही करना है ।
3.
अब मानव के लिए संभव के रूप में बहुत कुछ के रूप में एक साथ करने का प्रयास करना, के रूप में संभव के रूप में जल्दी, अधिमानतः की शक्ति को प्राथमिकता निर्धारण के लिए आशुलिपि है संभव के रूप में कई प्रौद्योगिकियों के रूप में.